"बदलते आदर्श"
(3)
और द्रोण
तुम्ही ने तो
आदर्शों का
अंगूठा था काटा
तभी तो
शत-शत आदर्श
बाण बन
बिछौना बने थे
भीष्म का !
- डा0अनिल चड्डा
(3)
और द्रोण
तुम्ही ने तो
आदर्शों का
अंगूठा था काटा
तभी तो
शत-शत आदर्श
बाण बन
बिछौना बने थे
भीष्म का !
- डा0अनिल चड्डा